30 अगस्त 2013
नई दिल्ली|
फिल्मकार अनुराग कश्यप की 'बॉम्बे वेलवेट' के साथ रेमो फर्नाडीज 60 की उम्र में 'गायन अभिनेता' से 'अभिनेता' बनने जा रहे हैं। रेमो हिंदी फिल्मोद्योग से लगभग 25 सालों से जुड़े हैं लेकिन इतने साल उन्हें अभिनय के प्रयास में ही लग गए क्योंकि वह बहुत ही शर्मीले और संकोची थे।
'प्यार तो होना ही था' और 'डेविड' जैसी फिल्मों में उनकी झलक बहुतों को याद होगी लेकिन रेमो ने स्पष्ट किया कि वे 'गायन किरदार' थे।
एक ईमेल साक्षात्कार में रेमो ने आईएएनएस को बताया, "वहां मैं अपना गाना गाता था. बस, ऐसे में अभिनय की जरूरत नहीं होती। मैं सभी फिल्मों में इसी तरह नजर आया चाहे वह 'जलवा' हो या 'प्यार तो होना ही था' हो।"
उन्होंने आगे कहा, "'बॉम्बे वेलवेट' पहली फिल्म है जिसमें मैं सिर्फ अभिनय कर रहा हूं। मैं पहली बार अभिनय कर रहा हूं इसलिए रोमांचित हूं।"
'हम्मा हम्मा', 'ओ, मेरी मुन्नी' और 'प्यार तो होना ही था' जैसे गानों के लिए मशहूर रेमो का कहना है कि उन्होंने खुद को हमेशा एक संगीतकार के तौर पर देखा है। वह अभिनय में बहुत संकोच करते थे।
उन्होंने कहा, "मैं अभिनय करने में बहुत शर्माता था, बहुत संकोच करता था। यहां तक कि मैंने बचपन में भी कभी किसी अभिनेता की तरह बनने की कोशिश नहीं की।"
अनुराग कश्यप ने रेमो के अभिनय की तारीफ की, इससे वह काफी रोमांचित हैं।
फिल्म मे एक पुर्तगाली संगीतज्ञ की भूमिका निभा रहे रेमो ने अनुराग के बारे में कहा, "उनका अभिनेता को समझाने का तरीका मुझे पसंद है। वह जिस तरह की फिल्में बनाते हैं वे भी मुझे पसंद हैं। मेरे अभिनय पर उन्होंने दो बार कहा 'बहुत अच्छा! आप बहुत स्वाभाविक अभिनेता हैं।"'
रेमो ने हाल ही में बीजॉय नांबियार की 'डेविड' के लिए संगीत दिया है।
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित रेमो के कई शौक हैं, लेकिन उन्होंने कहा, "संगीत हमेशा मेरा पहला प्यार और उत्साह रहेगा। लेकिन मैं अपने अन्य शौकों से दूर भी नहीं रहूंगा जैसे अब मुझे एक और शौक मिल गया है- अभिनय।"
'बॉम्बे वेलवेट' 1950 और 1970 के दशक की मुंबई पर आधारित है। फिल्म में रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म 2014 में क्रिसमस पर प्रदर्शित होगी