27 अक्टूबर 2012
मुम्बई। यश चोपड़ा की मौत से अनुभवी अभिनेता कमल हासन को काफी धक्का लगा है। उन्होंने यश के निधन से एक सप्ताह पहले ही उनसे मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि जब मुझे पता लगा कि यश चोपड़ा का निधन हो गया है, तो मुझे बड़ा झटका लगा।
कमल ने कहा, "उनके निधन की कोई सम्भावना नहीं थी। हम अक्सर मिलते रहते थे। मैं उनसे आखिरी बार तीन हफ्ते पहले मिला था। वह हमेशा की तरह उत्साहित थे, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया था कि वह शरीर मे कमजोरी महसूस कर रहे हैं। मैंने उनसे पूछा क्यों? उन्होंने कहा कि जब आप 32 वर्ष के हो जाते हो तो आपके भीतर उतनी ऊर्जा नहीं रहती जितनी कि 19 वर्ष की उम्र में होती है और हम हंसने लगे।"
कमल फिल्मकार यश चोपड़ा के उत्साही स्वभाव और सादगी के हमेशा से कायल थे। उन्होंने कहा, "यश जी 80 वर्ष की उम्र में भी अपनी जिम्मेदारी स्वयं उठाते थे। उन्होंने कभी खुद पर 'यश चोपड़ा' होने का भार महसूस नहीं किया। वह सिनेमा से प्यार करते थे, लेकिन उसके बंधन में नहीं थे। इस लिहाज से हम दोनों एक समान हैं।"
कमल ने कहा कि उनका और यश का चेन्नई जाकर संगीतकार ए. आर. रहमान से मुलाकात कर आने वाली फिल्म 'जब तक है जान' के एक गीत के सम्बंध में चर्चा करने का विचार भी था। यह यश के निर्देशन में बनी आखिरी फिल्म है।
यश चोपड़ा का 21 अक्टूबर को मुम्बई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया था। वह डेंगू से पीड़ित थे।
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