5 अगस्त 2013
मुंबई|
नृत्य रिएलिटी शो 'बूगी वूगी' से छोटे पर्दे से जुड़ने वाले जावेद जाफरी का कहना है कि 370 अरब का भारतीय टेलीविजन उद्योग हर प्रतिभा को ढेर सारे मौके देता है और हर एक को इसे विकसित करने का मौका भी देता है।
जावेद ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया, "टीवी ने दरवाजे खोले हैं। पहले यह सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित था।"
बॉलीवुड के लोकप्रिय हास्य अभिनेता जगदीप के बेटे जावेद ने कहा, "कुछ प्रतिभाएं आसपास ही थीं, वे ऐसे व्यक्ति का इंतजार कर रहे थे जो उन्हें जगह दे और टीवी ने उन्हें रोशनी दी। अभिनेताओं को यह मंच मिला जो बहुत ही अच्छा है।"
जावेद ने बाद में टीवी पर खुद को गैर फंतासी काय्रक्रमों तक सीमित रखा। जावेद ने कहा, "मैंने फिल्मों में फंतासी और टीवी में गैर-फंतासी कार्यक्रम करने का मन बनाया। मैंने टीवी पर आठ ऐसे कार्यक्रम किए हैं।"
इस समय जावेद हंगामा टीवी के नए कार्यक्रम 'निंजा वारियर्स' को अपनी आवाज दे रहे हैं।
जावेद अब फंतासी कार्यक्रमों के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "जहां आप मुख्य किरदार निभा रहे हैं वहां अगर कुछ रोचक और अलग है तो मैं इसे करना पसंद करूंगा।"
जावेद का मानना है कि विकास ने प्रतियोगिता मुश्किल कर दी है। उन्होंने कहा, "अब यहां प्रतियोगिता ज्यादा है, लेकिन भगवान की दुआ से हम लोकप्रियता बरकरार रखने में कामयाब रहे हैं।"
जावेद को दो वृत्तचित्रों 'इंशा अल्लाह, कश्मीर' और 'इंशा अल्लाह फुटबाल' के लिए दो राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
उनकी तीन फिल्में आने वाली हैं। उन्होंने बताया "सितंबर-अक्टूबर में मुझे तीन फिल्में मिली हैं- 'बेशरम', ' वार छोड़ ना यार' और 'मिस्टर जो बी कारवल्हो'। ये सभी अच्छी और अलग फिल्में हैं।"