16 जुलाई 2011
लखनऊ। सावन महीने की शनिवार को शुरुआत होने के साथ ही भगवान शिव की विशेष आराधना के लिए सुबह से ही उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसे मानसून की शुरुआत का महीना भी कहा जाता है।
राज्यभर में 'बम बम भोले' और 'हर हर महादेव' के मंत्रोच्चार के बीच भक्त मंदिरों में भगवान शिव पर दूध, जल, शहद और बेल पत्र चढ़ाने के लिए कतारों में खड़े होकर इंतजार करते देखे गए। सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है।
मनकामेश्वर मंदिर के पुजारी देव्या गिरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "ऐसा माना जाता है कि जो लोग भगवान शिव को सच्चे मन से याद करते हैं उन पर उनकी विशेष कृपा होती है।"
मनकामेश्वर मंदिर के अलावा बुद्धेश्वर, कल्याणगिरी, सिद्धनाथ और कोनेश्वर मंदिरों में भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।
वाराणसी में तो पूरा माहौल ही उत्सवमय हो गया है। यहां के बेहद प्राचीन व विख्यात विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक व प्रार्थनाओं का दौर जारी है।
एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार दोपहर तक विश्वनाथ मंदिर में कांवड़ियों सहित 35,000 से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
सावन के दिनों में कांवड़िए हरिद्वार में गंगा नदी से पवित्र जल लेकर उसे भगवान शिव पर चढ़ाते हैं।
इस बीच इलाहबाद में संगम में डुबकी लगाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठे हुए हैं। संगम गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम स्थल है।
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