22 सितम्बर, 2010
नई दिल्ली। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से बुधवार को और पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके कारण यहां बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद बुधवार सुबह यमुना 206.92 मीटर पर बह रही थी, जो खतरे के निशान से 2.09 मीटर अधिक है।
सिंचाई एंव बाढ़ नियंत्रण विभाग ने गुरुवार सुबह तक यमुना का जलस्तर 207.3 मीटर तक पहुंचने की आशंका जताई है। इससे पहले मंगलवार को यमुना पर बने लोहे के पुल को बंद कर दिया गया था।
उधर, भारी यातायात के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 को और अन्य रास्तों में जरूरी बदलाव किए गए हैं।
यमुना में जलस्तर बढ़ने के साथ राजधानी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति है और उस्मानपुर, सरिता विहार, कालिंदी कुंज, जामिया नगर और वजीराबाद जैसे इलाकों को खाली कराकर वहां के लोगों को अस्थाई शिविरों में भेजा गया है।
यमुना के लोहे के पुल का निर्माण 1868 में हुआ था। इसके बंद होने की वजह से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली और यहां आने वाली दर्जनों रेलगाड़ियों के रास्ते में बदलाव किया गया है।
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