केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री तथा हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री वीरभद्र सिंह के कानूनी नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे किसी से माफी नहीं मांगेंगे और सांसदों को लेकर की गई उनकी टिप्पणी तथ्यों पर आधारित है। केजरीवाल ने कहा है कि वे एक हफ्ते में सिंह के नोटिस का जवाब देंगे।
केजरीवाल ने कहा कि वे प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर उनके मंत्रियों के भ्रष्टाचार के बारे में बताएंगे।
केजरीवाल को कांग्रेसी सांसद जगदंबिका पाल ने सांसदों के विशेषाधिकार हनन के मामले में नोटिस भेजा है। इससे पहले देवास से कांग्रेसी सांसद सज्जन सिंह वर्मा ने भी उन्हें नोटिस भेजा था।
सिंह ने इससे पूर्व केजरीवाल को पत्र भेजकर कहा था कि उन्होंने जंतर-मंतर पर 25 मार्च को उनके खिलाफ जो बयान दिया था उसके लिए या तो वे बिना शर्त माफी मांगें या कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहें।
“कुछ सांसद तो ऐसे हैं, जिन्हें घर नहीं बुलाया जा सकता”
गौरतलब है कि जंतर-मंतर पर टीम अन्ना की रैली में सिंह समेत अनेक केन्द्रीय मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गये थे और उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गयी थी।
केजरीवाल को लोकसभा से भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला था जिसके जवाब में उन्होंने कहा है कि उन्होंने संसद का अपमान नहीं किया बल्कि संसद में बैठे कुछ लोग ही संसद का अपमान कर रहे हैं।
सिंह ने 27 मार्च को केजरीवाल के नाम भेजे गये पत्र में कहा था केजरीवाल की जानकारी अधूरी और गलत तथ्यों पर आधारित है। सिंह ने कहा कि उन्होंने खबरों में इस आरोप के बारे में पढ़ा कि एक आईएएस अधिकारी से रिश्वत मांगते हुए उनकी फिल्म बनाई गई थी। सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह बकवास है। पत्र में उन्होंने कड़े शब्दों में लिखा है कि मैं आपको चेतावनी देता हूं कि मेरे खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की मांग करने से पहले इस तरह की कोई फिल्म पेश नहीं करें। सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार एक ऑडियो सीडी के आधार पर 2008 में उनके खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है, जिसमें उनकी 1989 के समय की आवाज है। उन्होंने कहा, मामला अदालत में है और आरोप तय नहीं हुए हैं। इसलिए इस मामले में टिप्पणी करना न केवल जल्दबाजी है बल्कि पूर्वग्रह से ग्रस्त भी है। सिंह ने कहा कि वे ऑडियो सीडी जारी करने वाले प्रदेश के पूर्व कांग्रेसी मंत्री विजय सिंह मनकोटिया के खिलाफ मानहानि का दावा कर चुके हैं।
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