जारी है स्वाइन फ्लू का प्रकोप, अब तक कुल 11 मौतें
नई दिल्ली, 11 अगस्त देश में मंगलवार को स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर चार और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही नौ दिन भीतर फ्लू से मृतकों की संख्या 11 हो गई। इस बीच बीमारी का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मुख्यमंत्रियों से बात की और तत्काल कदम उठाने की अपील की। मंगलवार को रिकार्ड 119 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही फ्लू का फैलाव नए क्षेत्रों में भी हो रहा है। अब यह जम्मू, ओस्मानाबाद, नागपुर, नासिक और मणिपाल तक फैल गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया कि 1,079 पुष्ट मामलों में 589 मरीजों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। फ्लू का पहला मामला देश में 16 मई को दर्ज किया गया था। स्वाइन फ्लू से मंगलवार को पुणे में 13 वर्षीय लड़की, वडोदरा में सात वर्षीय बालिका और मुंबई में 63 वर्षीय महिला की बीमारी से मौत हो गई। देश में तेजी से फैल रहे स्वाइन फ्लू से निपटने के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मुख्यमंत्रियों से बात करने के साथ ही विभिन्न मंत्रालयों के संयुक्त सचिवों और अतिरिक्त सचिवों से मुलाकात की। स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को राज्यों में क्षमता विकसित करने के बारे में सलाह दी। विभिन्न मंत्रालयों के ये 35 वरिष्ठ नौकरशाह विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलने जाएंगे। इस दल को 15 अगस्त के पहले अपना दौरा पूरा करने के लिए कहा गया है। महाराष्ट्र स्वाइन फ्लू नियंत्रण कक्ष के एक पदाधिकारी ने बताया कि मंगलवार को पुणे के ससून अस्पताल में श्रुति गावड़े (13) की मौत हो गई। पुणे में ए.डी. हाई स्कूल की छात्रा श्रुति के स्वाइन फ्लू से पीड़ित होने की पुष्टि शनिवार को हुई थी और उसे गंभीर अवस्था में रविवार को ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुंबई में शाहिदा वारसी (63) की एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। अतिरिक्त निगमायुक्त मनीषा माहिस्कर ने कहा कि महिला ठाणे की रहने वाली थी और और इलाज के लिए मुंबई लाई गई थी। महिला को नूर अस्पताल में इलाज के लिए पांच दिन पहले भर्ती कराया गया था। अधिकारियों ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए सरकार द्वारा निर्धारित नहीं होने के बावजूद महिला का उपचार निजी अस्पताल में किया गया। गुजरात के वडोदरा शहर में एक सात वर्षीय बच्ची की मंगलवार को सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। उसे दो दिन से जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री जयनारायण व्यास ने कहा कि बच्ची को सात अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्ची वडोदरा की रहने वाली थी और उसने विदेश यात्रा नहीं की थी। व्यास ने कहा, "अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है कि बच्ची में फ्लू का संक्रमण कैसे हुआ।" बच्ची की तबीयत में रविवार को सुधार देखा गया था लेकिन सोमवार रात से उसकी हालत बिगड़ने लगी। इस बच्ची की मौत के साथ ही गुजरात में फ्लू से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले रविवार को अनिवासी भारतीय (एनआरआई) प्रवीण पटेल की अहमदाबाद में मौत हो गई थी। पुणे में अब तक सबसे ज्यादा पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद मुंबई में दो और अहमदाबाद, चेन्नई, वडोदरा में एक-एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है। वहीं तिरुवनंतपुरम में फ्लू से 31 वर्षीय युवक की मंगलवार को मौत हो गई। केरल के स्वास्थ्य मंत्री पी.के. श्रीमथी ने पुष्टि करते हुए कहा कि विल्सम लुकोस की यहां एक निजी अस्पताल में रात 9.30 बजे मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि लुकोस अमेरिका से कुछ दिन पूर्व यहां अपने घर आए थे और उन्हें पांच दिन पूर्व अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत सोमवार से बिगड़ने लगी थी। केरल में स्वाइन फ्लू से यह पहली मौत है। यहां अब तक 55 लोगों में फ्लू की पुष्टि हुई है जिसमें नौ लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। महाराष्ट्र में अब तक 333 लोग फ्लू से प्रभावित हैं जिनमें से पुणे में 221, मुंबई में 81 और सतारा में 31 शामिल हैं। देश में इस बीमारी से करीब 960 लोग इससे संक्रमित हैं। फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए हज कमेटी ने सलाह दी है कि बुजुर्गो, बच्चों और गर्भवती महिलाएं हज यात्रा से परहेज करें। हज कमेटी के कार्यवाहक चेयरपर्सन हसन अहमद ने कहा कि 65 साल के बुजुर्ग, 12 साल से छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं को इस साल हज यात्रा से परहेज करना चाहिए। सऊदी अरब ने भी इसी तरह का दिशानिर्देश जारी किया है। हैदराबाद में विश्व बैडमिंटन प्रतियोगिता पर भी अब स्वाइन फ्लू की छाया मंडराने लगी है। मलेशियाई युगल टीम के कोच जर्मी जेन को स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बाद आंध्र प्रदेश चेस्ट हॉस्पिटल में अलग वार्ड में रखा गया है और उनके नमूने जांच के लिए भिजवा दिए गए हैं। विश्व बैडमिंटन प्रतियोगिता आयोजन समिति के निदेशक और भारतीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने आईएएनएस को बताया, "मलेशियाई कोच ने कल शाम गले में दर्द की शिकायत की थी। उनके नमूने जांच के लिए भिजवा दिए गए हैं। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। हम हर तरह का एहतियात बरत रहे हैं।" सिंगापुर के एक खिलाड़ी को भी अस्वस्थता की वजह से सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि उनमें स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं हैं। जम्मू में मंगलवार को स्वाइन फ्लू का पहला मामला सामने आया जबकि बेंगलुरु में इस बीमारी के संक्रमण की आशंका को देखते हुए एक अन्य स्कूल बंद कर दिया गया। इससे पहले वहां के तीन स्कूल बंद किए जा चुके हैं। जम्मू एवं कश्मीर में स्वाइन फ्लू की पहली मरीज पुणे में पढ़ने वाली एक छात्रा है जो इन दिनों गर्मियों की छुट्टियां बिताने घर आई हुई थी। एक अन्य व्यक्ति की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आई है जबकि चार अन्य की जांच के नतीजे आना अभी बाकी है। इस बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है। राज्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तत्पर रहेगा। चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए निजी अस्पतालों की सेवाएं लेने और सभी प्रमुख अस्पतालों में इसकी जांच की सुविधाएं विकसित करने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू के 76 मामले सामने आए हैं। आयोजन स्थल पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को सोमवार रात मास्क पहने देखा गया। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को फ्लू के 11 मामले सामने आए हैं। यहां कुल मरीजों की संख्या अब 12 हो गई है। देश में स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले सप्ताह उत्सवों, खेलों, धार्मिक और राजनीतिक आयोजनों को हतोत्साहित करने और यदि संभव हो तो रद्द करने की सलाह दी थी। (IANS)