पटना, 20 जुलाई
पटना विश्वविद्यालय के बी़ एऩ महाविद्यालय के बर्खास्त एवं चर्चित प्रोफेसर मटुकनाथ चौधरी अब पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना कदम रखेंगे। अपनी शिष्या जूली के साथ प्रेम प्रसंग को लेकर चर्चित मटुकनाथ महाविद्यालय से बर्खास्तगी के खिलाफ न्यायालय जाने की भी तैयारी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि महाविद्यालय में अन्य लोगों को बुलाकर कथित रूप से प्रेम का पाठ पढ़ाने के आरोप में रविवार को पटना विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक में तीन वषरें से निलंबित प्रोफेसर को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया।
प्रोफेसर चौधरी ने सोमवार को आईएएनएस से चर्चा करते हुए बताया कि वह सिंडिकेट की बर्खास्तगी आदेश की प्रति मिलने का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही उसकी प्रति मिल जाएगी वह आदेश के खिलाफ न्यायालय जायेंगे।
रोजगार के नये विकल्प के विषय में प्रोफेसर चौधरी ने कहा कि वह पत्रकारिता के क्षेत्र में नई पारी की शुरूआत करेंगे। उन्होंने कहा कि वह प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया दोनों के साथ जुड़ना चाहते हैं। वह एक तरफ जहां कुछ अनछूए विषयों पर डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाकर बेचना चहते हैं वहीं स्वतंत्र पत्रकार के रूप में प्रिंट मीडिया से भी जुड़ना चाहते हैं।
किसी समाचार पत्र से जुड़कर काम करने के विषय में प्रोफेसर चौधरी ने कहा,"अगर मुझे आजादी से काम करने दिया जाएगा तो किसी समाचार पत्र से भी जुड़कर काम कर सकता हूं।" उन्होंने कहा कि इसके अलावा वह प्रवचन भी देना चाहते हैं। उनका मानना है कि आज प्रवचन करने वाले महात्मा 'रामचरितमानस' के कई चरित्रों की केवल अच्छाइयों की ही व्याख्या कर रहे हैं, जबकि उनमें बुराइयां भी हैं।
प्रोफेसर चौधरी ने कहा कि धार्मिक ग्रंथों में कुछ बुराइयां भी हैं, जिन्हें सामने लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में विद्यालय भी खोलना चाहते हैं। उनकी बर्खास्तगी पर उनकी प्रेमिका जूली का कहना है कि वह पहले भी उनके साथ थी और आज भी हैं। उन्होंने कहा, "प्रेम की वजह से अगर चौधरी की बर्खास्तगी हुई है तो यह कम ही है। प्रेम की वजह से हम बड़े से बड़ा त्याग करने को तैयार हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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