3 अप्रैल 2012
अजमेर | राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी अजमेर शरीफ में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में सजदे के लिए पिछले एक दशक में पहुंचने वाले पाकिस्तान सरकार के चौथे प्रमुख होंगे। जरदारी की पत्नी व पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो, रष्ट्रपति जिया-उल-हक तथा परवेज मुशर्रफ ने इससे पहले दरगाह में इबादत की है, जहां रोजाना हजारों लोग सिर नवाते हैं।
दरगाह क्षेत्र में रहने वाले मोहम्मद अहमद ने कहा, "यह साम्प्रदायिक सौहार्द एवं राष्ट्रीय एकता का बड़ा स्रोत है। यहां हर कोई अपनी इच्छा लेकर आता है और प्रार्थना करता है।"
12वीं सदी की इस दरगाह में अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, म्यांमार तथा अफगानिस्तान से भी श्रद्धालु आते हैं। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती को यहीं दफनाया गया था।
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