21 जून 2012
भुवनेश्वर। ओडिशा के धार्मिक शहर पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की वर्ष में एक बार निकलने वाली रथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु इकट्ठे हो गए हैं। मंदिर प्रशासन के जनसम्पर्क अधिकारी लक्ष्मीधर पूजापांडा ने बताया कि देवताओं को मंदिर से बाहर रथों पर लाने वाली पहानडी के नाम से प्रचलित देवताओं की आनुष्ठानिक यात्रा सुबह 9.35 बजे शुरू हुई।
पूजापांडा ने बताया कि आज (गुरुवार) सुबह नौ बजे तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु पुरी पहुंच चुके थे। शाम तक आने वाले लोगों की संख्या 10 लाख पार हो जाने की उम्मीद है।
तीनों देवताओं की वार्षिक यात्रा 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से शानदार तरीके से सजे लकड़ी के रथों पर निकाली जाती है। इन रथों को तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुंडिचा मंदिर तक श्रद्धालुओं द्वारा खींचा जाता है।
नौ दिनों तक चलने वाला यह त्यौहार तीनों देवताओं की जगन्नाथ मंदिर में वापसी के साथ समाप्त होता है। वापसी की यात्रा को बाहुदा जात्रा के नाम से जाना जाता है और इसका आयोजन 29 जून को होगा।
यात्रा के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिला पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार साहू ने बताया कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी अप्रिया घटना से बचने के लिए राज्य सरकार ने शहर में 8,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर क्लोज सर्किट सिक्युरिटी कैमरा भी लगाए गए हैं।
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