7 अगस्त 2012
वैजयंती माला, वहीदा रहमान, रेखा, हेमा मालिनी, जया प्रदा। दक्षिण भारत की कई नामीं अभिनेत्रियां बॉलीवुड में अपने लिए खास मुकाम बनाने में कामयाब रहीं। ये सिलसिला अब भी बदस्तूर जारी है।
लेकिन, इस कड़ी में जब एक नाम और न जोड़ा जाए तो कहानी अधूरी सी लगेगी। वो सातवें दशक के आखिरी में रुपहले पर्दे पर बतौर अभिनेत्री नजर आयी और बस छा गयी। वह एक ऐसी अदाकारा है, जिसे बॉलीवुड की सबसे चुलबुली हीरोइन कहा जा सकता है। वह 'हवा- हवाई' है और 'चांदनी' भी। उसे 'सदमा' भी लगा है.... लेकिन उन्हें फिल्मी दुनिया को कई यादगार और बेहतरीन 'लम्हें' दिए हैं।
बेशक, आप सही समझ रहे हैं... वो श्रीदेवी ही है, कोई और नहीं। श्रीदेवी का नाम सुनते ही नजरों के सामने प्यार से 'मेरा बल्लमा' करता चेहरा आ जाता है। जो, बेशक खूबसूरत तो है ही, लेकिन जिसका तीर-ए-नीमकश सीधा दिल में भी उतर जाता है। खैर, 1997 में फिल्म 'जुदाई' में श्रीदेवी आखिरी बार बड़े पर्दे पर नजर आयीं, लेकिन सुना है वे जल्द ही वापसी कर रही हैं। पहले जहां अभिनेत्रियां शादी के बाद अपने कॅरियर को छोड़ 'घरेलू' बन जातीं थीं, वहीं अब स्त्री केंद्रित विषयों पर अधिक फिल्में बनने के चलते, उनके लिए भी वापसी की राह आसान हो चली है। और श्रीदेवी भी इसी राह पर चलकर एक बार फिर धमाका करने वाली हैं।
13 अगस्त, 1963 को शिवकाशी, तमिलनाडु में श्रीदेवी का जन्म हुआ। उनके पिता का नाम अय्यपन और मां का नाम राजेश्वरी है। उनके पिता एक वकील थे। वैसे, आपको बता दें कि तमिलनाडु का यह शहर दुनिया भर में यहां बनने वाले पटाखों के लिए मशहूर है। दिवाली पर जो पटाखे आप और हम जलाते हैं उनमें से ज्यादातर शिवकाशी में ही बनते हैं। श्रीदेवी ने चार साल की उम्र से ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। बाल कलाकार के रूप में श्रीदेवी ने “कंदन करूणाई” में भगवान शिव की भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई तेलुगु और तमिल फिल्मों में बतौर बाल कलाकार काम किया। के. बालाचंदर की तमिल फिल्म मुंदरु मुडिचु में बतौर अभिनेत्री श्रीदेवी पहली बार नजर आईं। इस फिल्म में उनके साथ रजनीकांत और कमल हसन जैसे कलाकार थे। बॉलीवुड में श्रीदेवी ने सबसे पहले 1975 में फिल्म “जूली” में बतौर सह-अभिनेत्री के तौर पर काम किया। 1978 में आई फिल्म “सोलहवां सावन”हीरोइन के रूप में उनकी पहली फिल्म थी। भले ही फिल्म कामयाब नहीं हुई,लेकिन श्रीदेवी के काम को नोटिस किया गया।
फिर आया साल 1983 श्रीदेवी और जितेंद्र की फिल्म “हिम्मतवाला” रिलीज हुयी। इस फिल्म में जितेंद्र के साथ उनकी जोड़ी को खूब सराहा गया। जितेंद्र के साथ श्रीदेवी ने “तोहफा”, “मवाली”, “जस्टिस चौधरी” जैसी हिट फिल्में दीं। इसी साल श्रीदेवी की एक और फिल्म आयी- सदमा। इसे उनके करियर की सबसे अच्छी फिल्मों में रख सकते हैं। फिल्म में श्रीदेवी ने हादसे में अपनी मानसिक संतुलन खो बैठी लड़की का किरदार निभाया था। फिल्म में उनके साथ कमल हसन थे । आठवां दशक में श्रीदेवी ने एक से बढकर एक हिट फिल्में दीं-“नगीना”, “कर्मा”, “सुहागन”, “जांबाज”, “जोशीले”, “मिस्टर इंडिया”,“चालबाज”, “चांदनी” आदि ।फिल्म “मिस्टर इंडिया” का गाना “हवा हवाई” इस कदर मशहूर हुआ कि उन्हें मिस हवा हवाई कहा जाने लगा। शेखर कपूर की इस सुपरहिट फिल्म में श्रीदेवी के साथ अनिल कपूर थे। 02 जून, 1996 को श्रीदेवी ने फिल्म निर्माता बोनी कपूर से शादी कर ली। शादी के बाद से श्रीदेवी ने फिल्मों में काम करना कम कर दिया और 1997 की फिल्म “जुदाई” के बाद से उन्होंने फिल्मों में काम करना छोड़ दिया। हालांकि जल्द ही वे 'इंग्लिश-विंगलिश' में नजर आने वाली हैं। अब देखना यह है कि श्रीदेवी अपने कमबैक फिल्म में कैसा जादू दिखा पाती है।
श्रीदेवी की एक और फिल्म “चांदनी” भी उनके कॅरियर की सर्वश्रेष्ट फिल्मों में से थी। फिल्म “चालबाज” के लिए श्रीदेवी को पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. इस फिल्म मे उन्होंने डबल रोल किया था।
श्रीदेवी ने कई अभिनेताओं के साथ पर्दे पर जोड़ी बनाई जिसे लोगों ने खूब पसंद भी किया जैसे जितेन्द्र, अनिल कपूर, मिथुन चक्रवर्ती आदि.अमिताभ बच्चन जैसे बड़े कलाकार के साथ श्रीदेवी ने “खुदा गवाह” में काम किया। फिल्म “रूप की रानी चोरों का राजा” के फ्लॉप होने के बाद से श्रीदेवी का ग्राफ गिरता चला गया। बाद के सालों में “जुदाई” जैसी फिल्मों में काम किया।
1982 में “मीनदुम कोकिला” के लिए तमिल फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड
1990 में फिल्म “चालबाज” के लिए पहला फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड
1991 में “क्षाना क्षानम” के लिए तेलुगु फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड
1992 में फिल्म “लम्हे” के लिए फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड