27 सितम्बर 2011
सिडनी। विवाह आपके अंदर के अपराधी को मार सकता है। विवाह के बाद व्यक्ति का आत्म-नियंत्रण बढ़ जाता है।
मोनाश विश्वविद्यालय के अपराधविज्ञानी वाल्टर फॉरेस्ट व फ्लोरिडा स्टेट विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर कार्टर हेय ने एक अध्ययन में पाया कि गांजे का इस्तेमाल करने वाले युवाओं ने विवाह के बाद अविवाहितों की तुलना में इसका इस्तेमाल कम कर दिया।
शोध में लोगों में होने वाले इस बदलाव की प्रमुख वजह भी खोज ली गई है। विवाह से लोगों के आत्म-नियंत्रण में महत्वपूर्ण सुधार होता है।
'क्रिमनोलॉजी एंड क्रिमिनल जस्टिस' जर्नल के मुताबिक फॉरेस्ट कहते हैं, "अपराध में सक्रिय लोगों में आने वाले बदलावों में आत्म-नियंत्रण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।"
उन्होंने कहा कि विवाह के बाद लोग जोखिम लेने से बचना चाहते हैं और अपने आवेगों पर नियंत्रण रखने की कोशिश करते हैं।
यह अध्ययन 1997 के 'नेशनल लांगीट्यूडिनल सर्वे ऑफ यूथ' के विश्लेषण पर आधारित था। इस सर्वेक्षण में अमेरिकी किशोर व वयस्क शामिल थे।
ज्यादातर अपराधविज्ञानियों को मानना है कि विवाह से अपराध कम करने में इसलिए मदद मिलती है क्योंकि विवाहित लोग महसूस करते हैं कि अपराध को अंजाम देकर वे बहुत कुछ खो सकते हैं।